5 Simple Statements About shiv chalisa lyricsl Explained

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

बृहस्पतिदेव की कथा

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।

O Wonderful Lord, consort of Parvati You happen to be most merciful. You usually bless the lousy and pious devotees. Your attractive variety is adorned with the moon with your forehead and on your ears are earrings of snakes’ Hood.

तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा shiv chalisa in hindi शत्रुन क्षयकारी॥

जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥

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